अंक शास्त्र के हिसाब से हर व्यक्ति का एक मूलांक होता है। मूलांक व्यक्ति की जन्मतिथि के अंकों को जोड़कर निकाला जाता है। हर मूलांक किसी न किसी ग्रह से संबंधित होता है। हर ग्रह का अपना एक रत्न होता है। रत्न धारण करने से ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है। रत्न को धारण करने से जातक के जीवन में पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है। रत्न को धारण करने से जातक के धन, स्वास्थ्य और समृद्धि में वृद्धि हो सकती है।
Numerology Tips: मूलांक 6 के लोगों को पहनना चाहिए इस रत्न की अंगूठी, भौतिक सुखों में होगी वृद्धि
वहीं हमेशा शुभ मुहूर्त में रत्न को धारण करना चाहिए। इन रत्न को धारण करने से पहले इसको गंगाजल से शुद्ध कर लेना चाहिए। रत्न को संबंधित ग्रह के मंत्र का जाप करके इसको धारण करना चाहिए। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि मूलांक 6 वाले जातकों को किस रत्न की अंगूठी पहननी चाहिए।
हीरा करें धारण
मूलांक 6 वाले जातकों के लिए हीरा रत्न बेहद शुभ माना जाता है। यह शुक्र ग्रह का रत्न माना जाता है। मूलांक 6 वाले लोगों पर शुक्र का प्रभाव रहता है। इसलिए इन लोगों को हीरा रत्न धारण करने से लोगों को बहुत लाभ मिलता है। हीरा धारण करने से जातक के आकर्षण में वृद्धि होती है और उनका व्यक्तित्व प्रभावशाली बनता है। हीरा धारण करने से वैवाहिक जीवन में मधुरता आती है और पति-पत्नी के बीच मजबूत संबंध होते हैं।
हीरा धारण करने से जातक के जीवन में भौतिक सुख-समृद्धि बढ़ती है। ऐसे में इन जातकों को धन-वैभव और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। इस रत्न को धारण करने से जातक के मान-सम्मान में वृद्धि होती है और समाज में प्रतिष्ठा बढ़ती है और लोग इन जातकों को आदर की दृष्टि से देखते हैं। हीरा धारण करने से जातक के स्वास्थ्य में सुधार होती है। हीरा रत्न शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ता है।
ऐसे धारण करें हीरा
शुक्रवार के दिन हीरा रत्न को शुभ मुहूर्त में धारण करना चाहिए। इस रत्न को चांदी या प्लेटिनम की अंगूठी में जड़वाकर दाहिने हाथ की तर्जनी उंगली में पहनना चाहिए। हीरा धारण करने से पहले इसको गंगाजल से शुद्ध कर लें। फिर शुक्र मंत्र का जाप करते हुए शुक्रवार के दिन शुभ मुहूर्त में इसको धारण करना चाहिए।
धारण करने के दौरान करें इन मंत्रों का जाप
बता दें कि हीरा धारण करने के दौरान शुक्र मंत्र का जाप करना शुभ माना जात है। शुक्र ग्रह को सौंदर्य, प्रेम और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस रत्न को धारण करने से शुक्र ग्रह की ऊर्जा बढ़ाया जा सकता है और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाए जा सकते हैं।
ऊं द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः॥
ऊं भृगुसुताय विद्महे, शुक्राय धीमहि, तन्नो शुक्रः प्रचोदयात्॥
ऊं शुं शुक्राय नमः॥