पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा की हालत नाजुक:6 दिन से वेंटिलेटर पर; अस्पताल के 5 मेडिकल बुलेटिन में सुधार नहीं दिखा

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हरियाणा के पिंजौर में हुए बाइक एक्सीडेंट के बाद गंभीर रूप से घायल पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। वह 6 दिन से मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती हैं और लगातार वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, राजवीर की न्यूरोलॉजिकल यानी दिमागी स्थिति में अब तक कोई खास सुधार नहीं आया है और वह क्रिटिकल केयर और न्यूरोसाइंस टीम की कड़ी निगरानी में लाइफ सपोर्ट पर हैं। अब तक अस्पताल 5 बुलेटिन जारी कर चुका है लेकिन किसी में राहत की कोई बात सामने नहीं आई है। राजवीर ने अब तक किसी से बात नहीं की है। उनकी सलामती के लिए लगातार गुरुद्वारों में अरदास हो रही है। बुधवार को पूर्व सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा भी अस्पताल पहुंचे और बताया कि उनका राजवीर के परिवार से गहरा संबंध है। इस बीच कई नेता, सिंगर और जानी-मानी हस्तियां भी उनका हाल जानने अस्पताल पहुंच रही हैं, लेकिन लोगों का कहना है कि उनकी सेहत में कोई खास सुधार नहीं हो रहा। मेडिकल बुलेटिन में अब तक क्या कहा डॉक्टरों ने? इलाज अभी किस स्थिति में है?
राजवीर की हालत फिलहाल स्थिर लेकिन गंभीर है। डॉक्टरों की टीम उनके ब्रेन, स्पाइनल कॉर्ड और फेफड़ों पर खास नजर रख रही है। फिलहाल कोई सर्जरी की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन विशेषज्ञ हर 12 घंटे में उनकी स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। सीएम पहुंचे थे हाल जानने
पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा की हालत जानने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान रविवार दोपहर को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल पहुंचे थे। वहां उन्होंने डॉक्टरों से जवंदा की तबीयत को लेकर अपडेट ली। सीएम ने कहा था कि शनिवार के मुकाबले जवंदा की हालत में थोड़ा सुधार हुआ है। उस दिन कई पंजाबी सिंगर्स भी अस्पताल पहुंचे थे और सभी ने उनके जल्द ठीक होने की अरदास की थी। रोजाना लोग पहुंच रहे है। सांडों की वजह से जीप से टकराई बाइक
राजवीर जवंदा का एक्सीडेंट 27 सितंबर (शनिवार) को पिंजौर-नालागढ़ रोड पर हुआ। वे बाइक से बद्दी से शिमला जा रहे थे। जानकारी के मुताबिक, रोड पर दो सांड आपस में लड़ रहे थे, जिनसे बचने के चक्कर में जवंदा की बाइक सामने से आ रही जीप से टकरा गई। जवंदा को दो बार किया रेफर
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि हादसे के बाद जवंदा को पास के शौरी अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर विमल के मुताबिक, उनकी हालत इतनी गंभीर थी कि उन्हें बाहर ही चेक करना पड़ा। वे बेसुध थे और पल्स बहुत धीमी थी। प्राथमिक इलाज के बाद पहले पंचकूला रेफर किया गया, फिर हालत गंभीर देखते हुए मोहाली के फोर्टिस अस्पताल भेजा गया।

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