ट्रम्प को जर्मनी की मानद नागरिकता देने का प्रस्ताव:हमास की कैद से 8 जर्मन बंधक छुड़ाने का सम्मान; ट्रम्प के दादा जर्मनी में नाई थे

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जर्मनी की दक्षिणपंथी पार्टी आल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (AfD) ने अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प को जर्मन जिले बैड ड्यूरखाइम की मानद नागरिकता देने का प्रस्ताव रखा है। इस पर 29 अक्टूबर को फैसला होना है। AfD के लोकल नेता थॉमस स्टीफन ने कहा कि ट्रम्प ने इजराइल-गाजा विवाद खत्म करने के साथ इजराइली और 8 जर्मन बंधकों को छुड़ाने में मदद की, इसलिए उन्हें यह सम्मान मिलना चाहिए। इसके अलावा ट्रम्प के दादा फ्रेडरिक जर्मनी के रहने वाले थे और पेशे से नाई थे। ट्रम्प का परिवार बैड ड्यूरखाइम के काल्स्टाट गांव से जाकर अमेरिका में बस गया था। डिस्ट्रिक्ट काउंसिल में प्रस्ताव रखा गया AfD ने डिस्ट्रिक्ट काउंसिल के सामने यह प्रस्ताव रखा है। डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेटर हेंस-उलरिच ने कहा कि मानद नागरिकता देने से पहले इसके नियमों पर अच्छे से चर्चा होनी चाहिए। उनका कहना है कि जर्मनी में मानद नागरिकता उन लोगों को दी जाती है, जिन्होंने कुछ खास काम किया हो, लेकिन ट्रम्प को यह सम्मान देना विवादास्पद हो सकता है। कई लोगों को लगता है कि यह प्रस्ताव बस दिखावटी है और शायद पास न हो। फिर भी, ट्रम्प का इस क्षेत्र से पुराना रिश्ता और उनके काम की वजह से यह चर्चा में है। ट्रम्प ने दादा ने 16 साल की उम्र में जर्मनी छोड़ दिया था डोनाल्ड ट्रम्प के दादा फ्रेडरिक जर्मनी के छोटे से गांव काल्स्टाट के रहने वाले थे। ग्वेंडा ब्लेयर की किताब द ट्रम्प्स: थ्री जेनरेशन्स दैट बिल्ट एन एम्पायर बताती है कि फ्रेडरिक का बचपन बड़ा मुश्किल था। आठ साल की उम्र में उनके पिता का देहांत हो गया। खराब तबीयत की वजह से खेती नहीं कर पाए तो उनकी मां ने उन्हें नाई का काम सिखवाया। फ्रेडरिक ने जर्मनी के सख्त सैन्य कानून से बचने के लिए 16 साल की उम्र देश छोड़ दिया। वहां हर नौजवान को तीन साल तक फौज में रहना पड़ता था। फ्रेडरिक अक्टूबर 1885 में 10 दिन की समुद्री यात्रा के बाद न्यूयॉर्क पहुंचे। वहां फिर नाई की दुकान खोली। फ्रेडरिक ने कुछ पैसे जोड़कर अलास्का की सोने की खदानों में पैसा लगाया। ये दांव सुपरहिट रहा और वे जल्दी ही अमीर बन गए। फ्रेडरिक ट्रम्प पर स्टॉप घोटाले का आरोप लगा था फ्रेडरिक 1902 में जर्मनी लौटे और एलिजाबेथ क्राइस्ट से शादी की। दोनों अमेरिका गए, लेकिन वहां की ठंड में एलिजाबेथ बीमार रहने लगी। 1904 में फ्रेडरिक पत्नी को लेकर वापस जर्मनी गए, लेकिन वहां फौज वालों ने उन्हें देश से निकाल दिया। उन पर स्टांप घोटाले का इल्जाम लगा था। न्यूयॉर्क लौटकर 1905 में एलिजाबेथ ने फ्रेड ट्रम्प को जन्म दिया, जो डोनाल्ड ट्रम्प के पिता थे। 1918 में फ्रेडरिक की मौत हो गई, तब फ्रेड सिर्फ 15 साल के थे। 1927 में फ्रेड ने अपनी मां के नाम पर एलिजाबेथ ट्रम्प एंड सन नाम की रियल एस्टेट कंपनी शुरू की। उन्होंने न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन और क्वींस में सस्ते मकान बनाए और किराए पर दिए। ये बिजनेस इतना चला कि फ्रेड शहर के टॉप कारोबारी बन गए। 1936 में फ्रेड ने स्कॉटलैंड की मैरी ऐनी मैकलियोड से शादी की। उनका कारोबार खूब फला-फूला। हालांकि, 1970 में उन पर अश्वेतों को मकान न देने का इल्जाम लगा, जो बाद में सुलझ गया। फ्रेड की मेहनत ने ट्रम्प एम्पायर को मजबूत किया और फिर डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे दुनियाभर में मशहूर कर दिया। ——————————- यह खबर भी पढ़ें… चीन से बोले ट्रम्प- समझौता करो या 155% टैरिफ भरो:अभी 55% है; रेयर अर्थ मटेरियल्स देने पर जिनपिंग की रोक, जल्द मिलेंगे दोनों राष्ट्रपति अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि उसे 155% तक टैरिफ चुकाना पड़ सकता है। उन्होंने चीन को 1 नवंबर तक व्यापार समझौता करने के लिए कहा है। ट्रम्प ने यह बयान सोमवार को व्हाइट हाउस में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ बैठक के दौरान दिया। यहां पढ़ें पूरी खबर…

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