19.2 C
Bhilai
Friday, December 27, 2024

अमेरिका बोला-LAC पर तनाव कम करने में हमारी भूमिका नहीं:भारत-चीन के बीच 21 अक्टूबर को समझौता हुआ था

अमेरिका ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से भारत और चीन के सैनिकों के पीछे हटने और दोनों देशों के बीच तनाव में आई कमी का स्वागत किया है। ANI के मुताबिक अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने मंगलवार को साफ किया कि अमेरिका ने इस मामले के समाधान में कोई भूमिका नहीं निभाई है। अमेरिका ने यह भी कहा कि वह इस मामले पर करीब से नजर रखे हुए है। इस बीच रक्षा सूत्रों ने बताया कि पूर्वी लद्दाख क्षेत्र के देपसांग और डेमचोक इलाकों में सैनिकों की वापसी प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। भारत लंबे समय से चले आ रहे इस विवाद को हल करने के लिए काम कर रहा है। चीन के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि दोनों देशों के सैनिक सीमा पर समझौते के मुताबिक काम को अंजाम देने में लगे हुए हैं। 2020 में भारत-चीन के सैनिकों के बीच गलवान झड़प के बाद से देपसांग और डेमचोक में तनाव बना हुआ था। भारत और चीन ने 21 अक्टूबर को एक नया पेट्रोलिंग समझौता किया था। इससे दोनों देशों के बीच 4 साल से जारी गतिरोध खत्म हुआ। देपसांग: भारतीय सेना के मुताबिक, सैनिक अब गश्त के लिए देपसांग में पेट्रोलिंग पॉइंट 10, 11, 11-A, 12 और 13 तक जा सकेंगे। डेमचोक: पेट्रोलिंग पॉइंट-14 यानी गलवान घाटी, गोगरा हॉट स्प्रिंग्स यानी PP-15 और PP-17 बफर जोन हैं। रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि यहां पर गश्त को लेकर बाद में विचार होगा। बफर जोन यानी ऐसा इलाका जहां दोनों सेनाएं एक-दूसरे के आमने-सामने नहीं आ सकतीं। ये जोन विपक्षी सेनाओं को अलग करते हैं। 3 पॉइंट में भारत-चीन का पेट्रोलिंग समझौता 1. PM मोदी की ब्रिक्स यात्रा के पहले समझौता फाइनल हुआ। ब्रिक्स में मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात हुई थी। मोदी ने यहां कहा था कि शांति कायम रखना हर हाल में जरूरी है। 2. पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर अप्रैल 2020 की स्थिति बहाल करने के लिए चीन और भारत राजी हुए। यानी अब चीन की आर्मी उन इलाकों से हटेगी, जहां उसने अतिक्रमण किया था। 3. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विक्रम मिस्री ने बताया था कि भारत-चीन के सीमावर्ती इलाकों में पेट्रोलिंग के साथ 2020 के बाद उठे मुद्दों को सुलझाने के लिए प्रस्ताव तैयार हुआ है। इस पर दोनों देश कदम उठाएंगे। गलवान में 15 जून 2020 को झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए 15 जून 2020 को चीन ने ईस्टर्न लद्दाख के सीमावर्ती इलाकों में एक्सरसाइज के बहाने सैनिकों को जमा किया था। इसके बाद कई जगह पर घुसपैठ की घटनाएं हुई थीं। भारत सरकार ने भी इस इलाके में चीन के बराबर संख्या में सैनिक तैनात कर दिए थे। हालात इतने खराब हो गए कि LAC पर गोलियां चलीं। इसी दौरान 15 जून को गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। बाद में भारत ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया था। इसमें करीब 60 चीनी जवान मारे गए थे। —————— भारत-चीन समझौते से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… चीन के विदेश मंत्री से मिले एस जयशंकर:कहा- LAC और पहले हुए समझौतों का हो सम्मान, तभी दोनों देशों के बीच रिश्ते सही होंगे विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच लाओस में अहम बैठक हुई। इसमें नेताओं के बीच भारत-चीन सीमा विवाद पर चर्चा हुई। जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री से LAC और पहले हो चुके समझौतों का सम्मान करने की बात कही। जयशंकर ने कहा कि संबंधों को स्थिर करना ही दोनों देशों के हित में है। पूरी खबर पढ़ें…

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles