रायपुर दक्षिण विधानसभा उप चुनाव में भाजपा-कांग्रेस प्रत्याशी की हार के लिए तंत्र-मंत्र किया जा रहा। इस सीट से एक तांत्रिक प्रत्याशी और धूं सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सैनी पुजारी ही यज्ञ कर रहे हैं, ताकि वो चुनाव जीत सके। नीरज ने बताया कि इससे पहले भी वो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व सांसद रमेश बैस, पूर्व महापौर प्रमोद दुबे के खिलाफ भी विशेष अनुष्ठान महायज्ञ कर चुके हैं। यज्ञ का असर रहा कि उनका राज समाप्त हो गया। बृजमोहन के लिए उन्होंने 17 बार हवन करने का भी जिक्र किया है। नीरज सैनी पुजारी ने अब तक 3 चुनाव लड़ चुके हैं। 2018 विधानसभा, 2023 विधानसभा, 2024 लोकसभा और अब रायपुर दक्षिण विधानसभा उप चुनाव में फिर से मैदान में उतरे हैं। इन नेताओं के खिलाफ किया यज्ञ तांत्रिक नीरज के मुताबिक गलत उद्देश्य से वो किसी के खिलाफ तंत्र मंत्र नहीं करते, जिन लोगों ने मुझे परेशान किया है उनके खिलाफ मैंने यज्ञ किया। नीरज के मुताबिक यज्ञ का ही असर है कि बृजमोहन अग्रवाल, भूपेश बघेल, रमन सिंह, रमेश बैस, प्रमोद दुबे जैसे नेता आगे नहीं बढ़ पाए और उनका राज भी समाप्त हो गया। बृजमोहन के लिए 17 विशिष्ट अनुष्ठान नीरज सैनी पुजारी ने बताया कि बृज मोहन अग्रवाल के खिलाफ मैंने 17 विशिष्ठ अनुष्ठान महायज्ञ किया है, जिसका प्रभाव जीवन भर रहेगा और समय-समय पर इसका परिणाम देखने को मिल रहा है। इसका एक उदाहरण यह भी है कि पावरफुल मंत्री पद से उन्हें अचानक हटाया गया और लोकसभा चुनाव लड़ाया गया और आज दक्षिण विधानसभा में उप चुनाव हो रहा है। बृजमोहन-रमेश के लिए इसलिए किया यज्ञ सैनी पुजारी ने बताया कि वो बृजमोहन अग्रवाल के लोगों ने उनकी पुश्तैनी जमीन पर कब्जा कर लिया था। वो यहां मां धूमावती के लिए धर्मशाला बनाना चाहते थे, ताकि जरूरतमंद और सामाजिक आयोजन के लिए कम दाम में धर्मशाला में रुक सके। इसकी शिकायत उन्होंने तत्कालीन सांसद रमेश बैस से भी की थी, लेकिन उन्होंने इसकी जांच नही कराई। भूपेश के खिलाफ यज्ञ करने की ये वजह नीरज सैनी ने बताया कि भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल के विवादित बयान को लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था, जिसे लेकर भूपेश के लोगों ने उन्हें परेशान किया था। बाद में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर 18 दिनों तक जेल में रखा था। नीरज ने बताया कि इसलिए उसने भूपेश बघेल का शासन समाप्त करने के लिए हवन किया। नीरज ने बताया कि हवन का असर था कि शुरुआती 2 साल उनका कार्यकाल ठीक रहा बाद में धीरे-धीरे उनकी छवि खराब होती गई और छत्तीसगढ़ में वे अपना राज गंवा बैठे। आकाश-सुनील को दी चुनौती तांत्रिक नीरज सैनी के मुताबिक उप चुनाव के लिए उन्होंने शपथ पत्र दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि विधायक बनने के बाद वे कोई रिश्वत दलाली नहीं लेंगे। मेरी ईमानदारी पर किसी को संदेह है तो वो मैं जनता को यह अधिकार देता हूं कि मेरा लाई डिटेक्टर टेस्ट, पॉलीग्राफी, ब्रेनमैपिंग और नार्कों टेस्ट करवा सकते हैं। इसके लिए मैं हमेशा तैयार रहूंगा। नीरज सैनी ने भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी और कांग्रेस प्रत्याशी आकाश शर्मा को चुनौती देते हुए कहा कि अगर वे सच्चे और ईमानदार हैं तो वे भी शपथ पत्र जारी करें और जन बल से चुनाव लड़े ना की धन बल से । विवादों से रहा नाता नीरज सैनी खुद को धूमावती सिद्ध पीठ का पीठाधीश्वर बताते हैं। ये सिद्ध पीठ शीतला मंदिर परिसर में ही है। साल 2022 में सोशल मीडिया कश्मीर में हो रही हिंदुओं की हत्या को लेकर पुजारी ने टिप्पणी की थी और अपनी पोस्ट में अनर्गल शब्दों का इस्तेमाल किया था। सोशल मीडिया पर टिप्पणी वायरल होने के बाद एक समुदाय के युवक भड़क उठे। मामले ने तूल पकड़ा तो कुछ घंटे बाद नीरज सैनी ने फेसबुक पर पोस्ट डिलीट करते हुए लिखा कि उनका मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था। विवाद के बाद पुलिस ने नीरज सैनी को FIR दर्ज करने के बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।