सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने नया इतिहास रच दिया। वे टूर्नामेंट में सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए। बिहार के वैभव ने अपना तीसरा टी-20 शतक जड़ा, जो इस उम्र में दुनिया के किसी भी खिलाड़ी का पहला ऐसा रिकॉर्ड है। महाराष्ट्र के खिलाफ उन्होंने 58 गेंदों में नाबाद 108 रन बनाए, जिसमें 7 चौके और 7 छक्के शामिल थे। मंगलवार को ईडन गार्डन्स में इस शतक के साथ सूर्यवंशी ने इस साल भारत की ओर से तीन टी-20 शतक लगाने के मामले में अभिषेक शर्मा की बराबरी कर ली। आयुष म्हात्रे और ईशान किशन के नाम इस साल दो-दो शतक हैं। वहीं ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने चोट से उबरकर शानदार वापसी की। एशिया कप फाइनल के बाद पहली बार मैदान पर उतरते हुए उन्होंने पंजाब के खिलाफ नाबाद 77 रन बनाए और बड़ौदा को जीत दिलाई। वैभव की पारी का वीडियो देखिए…
वैभव का तीसरा टी-20 शतक
14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने तीन खराब स्कोर के बाद जोरदार वापसी करते हुए बड़ा शतक जड़ा। बिहार की ओर से खेलते हुए उन्होंने 61 गेंदों में नाबाद 108 रन बनाए। इस पारी में 7 चौके और 7 छक्के शामिल थे। वैभव की पारी से बिहार ने 176/3 का स्कोर खड़ा किया। हालांकि वैभव की बेहतरीन पारी भी महाराष्ट्र कप्तान पृथ्वी शॉ की तेज बल्लेबाजी के आगे कम पड़ गई। IPL 2025 में अनसोल्ड रहने के बाद खुद को साबित करने उतरे शॉ ने 30 गेंदों में 66 रन बनाकर चेज को आसान कर दिया। महाराष्ट्र ने मैच 3 विकेट से, 1 ओवर बाकी रहते जीत लिया। बिहार अभी भी जीत के बिना है। हार्दिक ने शिवालिक के साथ 101 रन जोड़े
लेफ्ट क्वाड्रिसेप्स की चोट के बाद हार्दिक पंड्या ने शानदार वापसी की। पंजाब के खिलाफ 223 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए हार्दिक ने 42 गेंदों में नाबाद 77 रन बनाकर बड़ौदा को जीत दिला दी। हार्दिक ने शिवालिक शर्मा (47)* के साथ तीसरे विकेट के लिए 101 रन की अहम साझेदारी की। शिवालिक को टैक्टिकली रिटायर आउट किया गया ताकि जितेश शर्मा तेजी से रन बना सकें। बड़ौदा को आखिरी 15 गेंदों में 30 रन चाहिए थे और टीम ने सिर्फ 9 गेंदों में मैच खत्म कर दिया। हालांकि गेंदबाजी में हार्दिक प्रभावी नहीं रहे। उन्होंने 4 ओवर में 52 रन देकर 1 विकेट लिया। पंजाब की ओर से कप्तान अभिषेक शर्मा ने उन पर आक्रामक बल्लेबाजी की और सिर्फ 18 गेंदों में 50 रन बनाकर आउट हुए। अनमोलप्रीत सिंह (69) और नमन धीर (39) ने पंजाब के लिए बड़ा स्कोर खड़ा किया, लेकिन अंत में बड़ौदा ने मैच 7 विकेट से जीत लिया। ग्रुप C में दोनों टीमों की अब दो-दो जीत हैं, जबकि गुजरात चार में से तीन मैच जीतकर शीर्ष पर है। पडिक्कल का शतक, कर्नाटक की TN पर 145 रन की बड़ी जीत
लगातार दो हार के बाद कर्नाटक को बड़ी राहत मिली, जब देवदत्त पडिक्कल ने अपने टी-20 करियर की चौथी सेंचुरी लगाई। उन्होंने तमिलनाडु के खिलाफ 46 गेंदों में नाबाद 102 रन की शानदार पारी खेली। कर्नाटक ने पहले बल्लेबाजी करते हुए तेज शुरुआत की, और फिर पडिक्कल-आर. स्मरण (46)* की साझेदारी ने टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। तमिलनाडु कप्तान वरुण चक्रवर्ती 4 ओवर में 47 रन खर्च कर गए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। लक्ष्य का पीछा करते हुए तमिलनाडु की बल्लेबाजी बुरी तरह लड़खड़ा गई। पूरी टीम सिर्फ 100 रन पर 14.2 ओवर में ऑल आउट हो गई। कर्नाटक के लेग स्पिनर श्रेयस गोपाल और प्रवीण दुबे ने 3-3 विकेट लेकर तमिलनाडु को कभी मैच में लौटने ही नहीं दिया। इस हार के साथ तमिलनाडु ग्रुप D की निचली पोजिशन पर पहुंच गया है। पहले रणजी ट्रॉफी में खराब शुरुआत और अब व्हाइट-बॉल फॉर्मेट में सिर्फ एक जीत। टीम का डोमेस्टिक सीजन लगातार बिगड़ता जा रहा है। बिश्नोई का जलवा, अर्जुन तेंदुलकर के 3 विकेट
LSG से रिलीज होने के बाद रवि बिश्नोई ने गुजरात के लिए शानदार गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट हासिल किए। उनके इस प्रदर्शन की बदौलत गुजरात ने चार में तीन मैच जीतकर सुपर फोर की दौड़ में मजबूत बढ़त बना ली है। गुजरात ने पहले गेंदबाजी करते हुए पुडुचेरी को सिर्फ 83 रन पर ऑल आउट किया और लक्ष्य को केवल 9 ओवर में हासिल कर लिया। ओपनर आर्या देसाई ने 53 (30 गेंद)* की तेज पारी खेली। वहीं LSG में ट्रेड होने के बाद अर्जुन तेंदुलकर ने गोवा के लिए शानदार गेंदबाजी स्पेल डाला। उन्होंने 3/36 के आंकड़ों के साथ अहम विकेट लिए, जिनमें वेंकटेश अय्यर का विकेट भी शामिल था। MP के 170/6 के लक्ष्य का पीछा करते हुए गोवा ने आसानी से जीत दर्ज की। अभिनव तेजराना ने 33 बॉल पर 55 और सुयश प्रभुदेसाई ने 50 बॉल पर 75 रन बनाए। ग्रुप B में अब गोवा और MP दोनों की चार में दो-दो जीत हैं।
