आयुष के अंतर्गत आयुर्वेद, यूनानी, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, समस्त विषयों में शोध होगा। मध्य प्रदेश के जबलपुर में मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में पहली बार सत्र 2019-20 में पीएचडी प्रवेश परीक्षा हुई थी। उसके बाद दोबारा कभी नहीं हुई है। अब चार वर्ष बाद पुन: सत्र 2024-25 से पीएचडी प्रोग्राम को निरंतर करने की योजना बनाई है।