सीजी पीएससी में 2019 से 2022 के बीच भर्ती में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है। केंद्रीय एजेंसी ने मामले के आरोपी तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पॉवर एंड इस्पात के चेयरमैन एसके गोयल को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि गोयल ने अपने बेटे शशांक गोयल और बहू भूमिका की नौकरी दिलाने के लिए चेयरमैन सोनवानी के करीबी के एनजीओ को सीएसआर फंड से 45 लाख दिए थे। पैसे सोनवानी को पहुंचे। इसकी पुष्टि के बाद कार्रवाई की गई। दोनों से पूछताछ चल रही है। संभवत: इन्हें मंगलवार को सीबीआई विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। सीबीआई को पता चला है कि सोनवानी के कार्यकाल में पीएससी में हुई भर्ती में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। आरोप है कि उन्होंने अपने कई करीबी रिश्तेदारों व कांग्रेसी नेताओं और अधिकारियों के 18 रिश्तेदारों की नौकरी लगवाई है। जांच में पैसों के लेन-देन पुख्ता सबूत मिले हैं। एपी त्रिपाठी का केस सीबीआई को आबकारी के 2000 करोड़ की गड़बड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद आईटीएस अधिकारी व पूर्व सचिव अरुणपति त्रिपाठी के खिलाफ सीबीआई जांच करेगी। सीबीआई ने इसके लिए पत्र लिखा है। त्रिपाठी के बाद सीबीआई चावल घोटाले में बंद मनोज सोनी की भी जांच करेगी। दोनों आईएएस अफसर हैं। इसलिए उनके खिलाफ सीबीआई जांच करेगी।
