छत्तीसगढ़ के कोरबा में एंबुलेंस में ऑक्सीजन नहीं मिलने से प्रसूता और जुड़वा बच्चों की मौत हो गई। महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता थी। मामला करतला थाना चेत्र के जोगीपाली गांव का है। बताया जा रहा है कि सोमवार सुबह महिला को प्रसव पीड़ा हुई। परिजनों ने महिला को करतला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाने की तैयारी की, लेकिन इससे पहले ही महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। इसके बाद कांति राठिया (36) और बच्चों को निजी वाहन से करतला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जिला अस्पताल रेफर किया गया करतला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जच्चा-बच्चा को जिला अस्पताल कोरबा रेफर कर दिया गया। पति बिहारी लाल राठिया के अनुसार स्वास्थ्य केंद्र से एंबुलेंस की सुविधा दी गई। सब कुछ सही था, तभी एकाएक महिला और उसके दोनों बच्चों की सेहत बिगड़ने लगी। जिला अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में महिला और बच्चों ने दम तोड़ दिया। मृतका के पति बिहारी लाल राठिया ने बताया कि अचानक दर्द बढ़ने पर घर पर ही नॉर्मल प्रसव हुआ और 2 बच्चों को स्वस्थ जन्म देने के बाद उसे करतला स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, जहां इलाज शुरू किया गया। हालत बिगड़ने पर उसे जिला मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। एंबुलेंस में नहीं थी ऑक्सीजन की सुविधा रास्ते में वह बातचीत करते हुए आ रही थी, अचानक ऑक्सीजन की कमी होने के चलते उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी। एंबुलेंस में ऑक्सीजन नहीं था। परिजनों का बयान लिया गया जिला अस्पताल चौकी प्रभारी दाऊद कुजूर ने बताया कि मेडिकल कॉलेज मेमो के आधार पर मृतका के परिजनों का बयान दर्ज किया गया है। आगे की जांच कार्रवाई की जा रही है। इस संबंध में जिला स्वास्थ्य अधिकारी एसएन केसरी फोन पर संपर्क किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई। ……………………………………………. छत्तीसगढ़ की ये खबर भी पढ़िए… छत्तीसगढ़ में दर्द का इंजेक्शन लगाने से हॉस्टल-वार्डन की मौत: मेडिकल स्टोर संचालक ने किया पाइल्स का इलाज; हाथ-पैर सूजे, शरीर पड़ा सुन्न छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में गलत इलाज से महिला की जान चली गई। हॉस्टल अधीक्षिका गायत्री मिंज पाइल्स की बीमारी से पीड़ित थीं। इलाज के लिए वे अपने पति के साथ शंकरगढ़ के लक्ष्मी मेडिकल स्टोर पहुंचीं। यहां मेडिकल संचालक अशोक बंगाली ने महिला को दर्द का इंजेक्शन लगाया। पढ़िए पूरी खबर