39 C
Bhilai
Friday, March 14, 2025

भारतीय स्टूडेंट की कनाडा में हत्या:हमलावर ने सीढ़ियों पर पीछे से गोली मारी; सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते थे 20 साल के हर्षनदीप

कनाडा में एक 20 साल के भारतीय छात्र की बेरहमी से हत्या कर दी गई है। मृतक हर्षनदीप सिंह पंजाब के रहने वाले थे। वह कनाडा के एडमोंटन शहर में बतौर सिक्योरिटी गार्ड काम करते थे। हर्षनदीप की हत्या CCTV में कैद हो गई थी, इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। घटना बीते 6 दिसंबर को एडमोंटन की है। CCTV फुटेज में दिख रहा है कि हर्षनदीप सिंह को सीढ़ियों के रास्ते भागने की कोशिश करते समय पीछे से गोली मारी गई। जिस शख्स ने हर्षनदीप पर गोली चलाई, उसके अलावा एक लड़का और एक महिला भी मौके पर मौजूद थी। जब हर्षनदीप ने भागने की कोशिश की तो महिला ने पीछे से पकड़कर उसे रोकना चाहा। इसके ठीक बाद हमलावर ने हर्षनदीप पर गोली चला दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हर्षनदीप कनाडा में पढ़ाई के अलावा अपना खर्च चलाने के लिए सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी भी करते थे। हर्षनदीप की हत्या के मामले में इवान रेन और ज्यूडिथ सॉल्टो नाम के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों की उम्र 30 साल बताई जा रही है। कनाडा में हत्याओं की तीन कैटेगरी हर्षनदीप की हत्या करने वाले आरोपियों पर फर्स्ट डिग्री मर्डर का आरोप लगाया गया है। कनाडा जैसे कई देशों में हत्याओं को कई कैटेगरी में रखा जाता है। सुनियोजित हत्या या एक से ज्यादा लोगों की हत्या के मामलों को फर्स्ट डिग्री मर्डर की कैटेगरी में रखा जाता है। इसमें आरोप साबित होने पर मृत्युदंड या बिना पेरोल के आजीवन कारावास की सजा मिलती है। इसी तरह लूट और डकैती के दौरान की जाने वाली हत्याओं को सेकंड-डिग्री मर्डर माना जाता है। इसमें आजीवन कारावास की सजा मिलती है। इसी तरह असावधानी या लापरवाही से होने वाली हत्याओं को थर्ड डिग्री मर्डर की कैटेगरी में रखा जाता है। कनाडा में रह रहे भारतीयों की हत्या कोई नई बात नहीं है। हाल ही में कनाडा में पंजाब के भारतीय छात्र गुरसिस सिंह की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में कनाडा के सार्निया शहर के 36 साल के क्रॉस्ले हंटर को सेकंड डिग्री मर्डर के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हर्षनदीप की हत्या के पीछे क्या वजह थी, अभी यह साफ नहीं है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। भारतीय राजदूत ने बताया था, हर हफ्ते दो भारतीयों की लाश भेजते थे खालिस्तानी कट्टरपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले से कनाडा और भारत के रिश्ते बिगड़ गए हैं। बीते सप्ताह 17 और 18 अक्टूबर को दोनों देशों ने अपने राजनयिकों को वापस बुला लिया था। कनाडा में तैनात भारतीय राजदूत संजय वर्मा जब वापस आए तो उन्होंने मीडिया इंटरव्यूज में कनाडा में रह रहे भारतीय स्टूडेंट्स की स्थितियों के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था कि पेरेंट्स को अपने बच्चों को कनाडा भेजने से पहले दो बार सोचना चाहिए। बड़ी तादाद में भारतीय छात्र कनाडा के नागरिकों से 4 गुना ज्यादा फीस दे रहे हैं, लेकिन उन्हें उनकी उम्मीद के मुताबिक सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। उन्होंने कहा था, एक समय हम हर हफ्ते कनाडा से दो भारतीयों बच्चों की लाशें बॉडी बैग में भरकर भारत भेज रहे थे। उन्होंने कनाडा में आत्महत्या कर ली थी। कनाडा में खालिस्तानी गुंडे लोग भारतीय छात्रों को धमका रहे हैं, उन पर हमला कर रहे हैं और उन्हें खालिस्तानी गैंग ज्वाइन करने को कह रहे हैं। कई छात्र खालिस्तानी गैंगस्टर बन गए हैं। ये गैंग हथियार, ड्रग्स, वेश्यावृत्ति जैसे सभी बुरे काम करते हैं। ये खबर भी पढ़ें… हर हफ्ते दो बच्चों की लाश भारत भेजते थे:देश लौटे राजदूत संजय वर्मा ने बताया- कनाडा में समोसा बेच रहे, ड्राइविंग कर रहे भारतीय इंजीनियर ‘जमीन बेच कर लोग अपने बच्चों को कनाडा भेजते हैं, लेकिन असफल होने के बाद ये बच्चे वापस घर लौटने का सोच नहीं पाते, आखिर क्या मुंह लेकर जाएंगे?’ ये शब्द हैं कनाडा से भारत लौटे राजदूत संजय वर्मा के। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा है कि भारतीयों को अपने बच्चों को कनाडा भेजने के पहले दो बार सोचना चाहिए। पूरी खबर पढ़िए…

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles