दिल्ली स्थित स्टार्टअप Entourage की CEO अनन्या नारंग ने अपनी कंपनी में आया एक जॉब एप्लिकेशन सोशल मीडिया पर शेयर किया। इस एप्लिकेशन की खास बात थी कि इसे AI से लिखकर बिना एडिट किए ही भेज दिया गया था। ChatGPT समेत दूसरे AI टूल्स जॉब एप्लिकेशन जैसे कंटेंट लिखते तो हैं, मगर इसमें अपना नाम, पता, वर्क एक्सपीरियंस, लोकेशन जैसी जानकारी खुद से एडिट करनी होती है। किसी कैंडिडेट ने AI से कंटेंट लिखाकर वैसे का वैसा ही जॉब एप्लिकेशन के लिए भेज दिया। इसके चलते वो सोशल मीडिया पर हंसी का पात्र बना। कैंडिडेट का एप्लिकेशन X पर शेयर करते हुए अनन्या नारंग ने लिखा, ‘कोई हैरानी नहीं कि हमारे बीच इतनी बेरोजगारी है।’ उन्होंने लिखा, ‘कवर लेटर की शुरुआत तो काफी अच्छी थी, लेकिन जल्दी ही पोल खुद गई। कैंडिडेट ने AI जनरेटेड कंटेंट को एक बार देखा तक नहीं। इसके चलते एप्लिकेशन में [अपना नाम लिखें], [अपनी स्किल्स लिखें], [अपने एक्सपीरियंस लिखें] जैसे प्लेसहोल्डर्स रखे हुए थे। क्या हम प्लीज AI का ‘ब्लाइंड यूज’ बंद कर सकते हैं। नारंग की कंटेंट सर्विस कंपनी Entourage साल 2023 में शुरू हुई थी। तभी से कंपनी में बड़ी संख्या में हायरिंग जारी है। नारंग ने कहा कि वो लंबे समय से कंपनी के लिए हायरिंग कर रही हैं, और हर 5 में से 1 एप्लिकेशन ऐसा ही आता है। चूंकि ये एप्लिकेशन ही अपने आप में अजीब थी, इसलिए उन्होंने सोशल मीडिया पर इसे शेयर कर लोगों से पूछा कि इसका क्या रिप्लाई करना चाहिए। ChatGPT से ही दिया जवाब
एक यूजर ने उन्हें सुझाव दिया कि वो इस जॉब एप्लिकेशन का जवाब भी AI से ही दें। नारंग ने ChatGPT से एप्लिकेशन का जवाब तैयार किया और रिप्लाई कर दिया। खास बात है कि जवाब में भी उन्होंने जानबूझकर प्लेसहोल्डर्स के साथ ही बिना एडिट किया कंटेट रिप्लाई कर दिया। ये मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना तो जरूर, मगर बगैर समझ के AI का इस्तेमाल युवाओं के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। ऐसे में, AI से जॉब एप्लिकेशन लिखते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। ये खबरें भी पढ़ें… न काम का एक्सपीरियंस न रिज्यूमे सब्मिट किया: फिर भी चुनी गई; कंपनी के फाउंडर ने कहा- अब तक का बेस्ट हायर हाल ही में ऑस्ट्रेलिया बेस्ड घोस्ट राइटिंग एजेंसी के फाउंडर तस्लीम अहमद फतेह ने बताया कि उन्होंने अपनी कंपनी के लिए अब तक की बेस्ट हायरिंग कैसे की। उन्होंने 800 एप्लिकेशन में से बिना एक्सपीरियंस वाली एक कैंडिडेट को सिलेक्ट किया। 6 महीने बाद अब वो कैंडिडेट उनके साथ कंपनी में इक्विटी पार्टनर बन चुकी हैं। पूरी खबर पढ़ें…