एम्स भोपाल और मैनिट भोपाल मिलकर एक तीन साल का रिसर्च प्रोजेक्ट चला रहे हैं, जिसमें AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से एक मोबाइल एप तैयार किया जाएगा जो बिना डॉक्टर के भी बच्चों में आंखों की बीमारी के लक्षण पहचानने में सक्षम होगा। इस परियोजना को ICMR (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) ने 1.5 करोड़ रुपये की सहायता दी है।