एम्स भोपाल ने बच्चों में रक्त कैंसर के इलाज में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। संस्थान ने एक सात वर्षीय बच्ची का सफल हापलो-आइडेंटिकल बोन मैरो ट्रांसप्लांट किया है, जो रिलेप्स्ड एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया से पीड़ित थी।
एम्स भोपाल ने बच्चों में रक्त कैंसर के इलाज में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। संस्थान ने एक सात वर्षीय बच्ची का सफल हापलो-आइडेंटिकल बोन मैरो ट्रांसप्लांट किया है, जो रिलेप्स्ड एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया से पीड़ित थी।