मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर 15 दिसंबर, रविवार को अन्नपूर्णा जयंती शिववास योग में मनाई जाएगी। इस दिन नगर के प्रमुख मंदिरों में भगवान के विग्रह का विशेष श्रृंगार होगा। अन्नपूर्णा जयंती पर दान-पुण्य और पवित्र सरोबर में स्नान का महत्व है और अन्न का दान सर्वोत्तम माना जाता है।