भावांतर योजना में जिले में बनाए गए तीन सेंटरों पर तीन दिन में महज 19 किसानों ने ही पंजीयन कराया है, जबकि सोयाबीन की बुवाई करने वाले किसानों की संख्या 450 से अधिक है। किसान योजना में पंजीयन कराने में कम रुचि ले रहे हैं। इसके पीछे बाजार की वजहें बताई जा रही हैं।
