भोपाल गैस त्रासदी के 40 वर्ष पूरे हो रहे हैं, लेकिन गैस पीड़ितों के पुनर्वास और जहरीले कचरे के निस्तारण में सरकारी वादों का पालन नहीं हुआ है। 2018 में भूजल प्रदूषण की रिपोर्ट आई, और पुनर्वास हेतु मंजूर राशि का बड़ा हिस्सा अभी तक खर्च नहीं किया गया है।