बुधवार 25 दिसंबर शाम 5 बजे। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ऑफिस के सामने बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स जमा थे और जमीन पर बैठकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। अचानक पुलिस ने इन स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया। स्टूडेंट्स में लड़कियां भी शामिल थीं, जिन पर भी पुलिस ने लाठियां बरसाईं। इस घटना का वीडियो देर शाम तक सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। 40 छात्र घायल, 1 महिला समेत 8 अस्पताल पहुंचे दरअसल, 250 से ज्यादा कैंडिडेट्स BPSC ऑफिस का घेराव करने पहुंचे थे। कैंडिडेट्स के मुताबिक, घेराव की जानकारी लगते ही पुलिस ने बगैर किसी पूर्व सूचना के या वाटर कैनन से पानी की बौछार किए बगैर ही सीधे लाठीचार्ज शुरू कर दिया। लाठीचार्ज होते ही भगदड़ मच गई। BPSC कैंडिडेट रोहित कुमार ने बताया कि लाठीचार्ज में करीब 40 छात्र घायल हो गए। एक महिला समेत 8 कैंडिडेटस को अस्पताल में भर्ती किया गया है। बिहार 70वीं पीटी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर कर रहे थे प्रदर्शन कैंडिडेट्स BPSC 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे थे। ये परीक्षा 13 दिसंबर को हुई थी। कैंडिडेट्स ने परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाया था और कहा था कि बापू सेंटर पर हुई परीक्षा का पेपर दिन में ही लीक हो गया था। आयोग ने भी गड़बड़ी मानी थी और दोबारा परीक्षा करवाने की बात कही थी। इसी दिन विरोध प्रदर्शन कर रहे एक कैंडिडेट को पटना कलेक्टर डॉ चंद्रशेखर सिंह ने थप्पड़ मार दिया था। इस पर भी हंगामा मचा हुआ था। इसके बाद ही विरोध प्रदर्शन शुरू हुए। कैंडिडेट्स का कहना है कि अगर सिर्फ एक सेंटर पर दोबारा परीक्षा होगी तो नॉर्मलाइजेशन में गड़बड़ी हो सकती है और ये बाकी सभी कैंडिडेट्स के साथ अन्याय होगा। BPSC कैंडिडेट्स की मांग 70वीं पीटी परीक्षा रद्द हो कैंडिडेट्स की आयोग से ये हैं प्रमुख मांगें ‘हम कोई अपराधी नहीं हैं’- बीपीएससी कैंडिडेट धरने में शामिल BPSC कैंडिडेट दीपांकर बताते हैं ‘आयोग के सामने 20-25 कैंडिडेटस शांति से बैठे हुए थे। आयोग के सामने प्रदर्शन की अनुमति नहीं है लेकिन आयोग हमारी मांगे सुन नहीं रहा था इसलिए हमें वहां जाना पड़ा। कैंडिडेट वहां शांतिपूर्ण ढंग से बैठे थे, तभी अचानक पुलिस आई और बगैर किसी सूचना के हम पर लाठियां बरसाने लगी। हम कोई अपराधी नहीं है, जो हम लोगों पर एफआईआर की गई है। प्रदर्शनकारी अपराधी नहीं हैं, कैंडिडेटस हैं, जो अपने हक के लिए इकट्ठा हुए थे। वहां कोई महिला पुलिस नहीं थी और उन्होंने महिला कैंडिडेटस पर भी लठियां बरसाईं गईं। BPSC प्रदर्शन में शामिल कैंडिडेट दीपांकर ने दैनिक भास्कर को बताया ‘सैकड़ों कैंडिडेट्स 18 दिसंबर से गर्दनीबाग में धरना दे रहे थे लेकिन इसका कोई भी असर आयोग पर नहीं था। आयोग के किसी भी अधिकारी या प्रशासनिक अधिकारी ने एक बार भी हमारी समस्या जानने का प्रयास नहीं किया। इसीलिए हमने तय किया कि हम आयोग के बाहर प्रदर्शन करेंगे।’ ‘जब तक परीक्षा रद्द नहीं होगी हम लड़ते रहेंगे’ क्या अब ये प्रदर्शन खत्म हो जाएगा। इस सवाल के जवाब में दीपांकर कहते हैं ‘नहीं ये प्रदर्शन तब तक खत्म नहीं होगा, जब तक परीक्षा रद्द नहीं होगी। BPSC कैंडिडेटस के साथ ये भेदभाव होगा। इससे रिजल्ट प्रभावित होगा। ऐसा पहले भी हुआ है जब परीक्षा रद्द की गई है।’ आयोग ने कहा 4 जनवरी को दोबारा होगी परीक्षा BPSC अध्यक्ष ने कहा आयोग ने पूरी परीक्षा रद्द करने के बजाय उन सेंटर पर परीक्षा करवाएगी, जहां गड़बड़ी की बात कही गई थी। आयोग ने कहा 4 जनवरी को उस सेंटर पर परीक्षा ली जाएगी जहां पेपर लीक हुआ था। 27 दिसंबर से इसके एडमिट कार्ड डाउनलोड किए जा सकेंगे। इस बार परीक्षा किसी अन्य सेंटर पर ली जाएगी। एसपी ने कहा 250 अज्ञात पर केस दर्ज सिटी एसपी सेंट्रल स्वीटी सेहरावत ने बताया कि बीपीएससी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने पर रोक है। उन्हें गर्दनीबाग धरनास्थल पर जाकर प्रदर्शन करने को कहा गया। समझाने के बाद जब नहीं माने तो हल्का बल प्रयोग कर खदेड़ा गया है। थानेदार संजीव कुमार ने बताया कि 250 अज्ञात पर केस दर्ज हुआ है। प्रियंका गांधी- नौकरी मांगने वालों पर लाठी बरसाई गईं कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने बीपीएससी कैंडिडेट्स पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की। उन्होंने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि- ‘सत्तारूढ़ दल का एकमात्र लक्ष्य अपनी कुर्सी बचाना है और जो कोई रोजगार मांगता है, उस पर अत्याचार किया जाता है।’ लाठीचार्ज पर पप्पू यादव ने कहा- परीक्षा रद्द हो पूर्णिया में सांसद पप्पू यादव ने 70वीं BPSC परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर बिहार बंद करने का ऐलान किया है। निर्दलीय सांसद ने कहा कि ‘अगर सरकार ने पूरी BPSC की परीक्षा कैंसिल नहीं कि तो 1 जनवरी को हम बिहार बंद करेंगे।’ एजुकेशन की ये खबर भी पढ़ें… ‘अवैध बांग्लादेशियों को स्कूल में एडमिशन न दें’: दिल्ली सरकार का सभी स्कूलों को निर्देश; आधार जमा करवाने, पुलिस को जानकारी देने को कहा दिल्ली सरकार ने दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के बच्चों को स्कूल में एडमिशन न देने के निर्देश दिए हैं। दिल्ली सरकार ने स्कूलों से किसी भी बच्चे की सिटीजनशिप पर शक होने पर पुलिस को सूचना देने को कहा है। पूरी खबर पढ़ें.