CGPSC गड़बड़ी मामले में CBI ने एग्जाम कंट्रोलर रह चुकी आरती वासनिक को गिरफ्तार किया है। 2 दिन पहले ही CBI की टीम ने राजनांदगांव स्थित आरती के घर पर छापेमारी की थी। चर्चा है कि सीबीआई को महिला अधिकारी आरती के खिलाफ कुछ अहम सबूत मिले हैं। मिली जानकारी के मुताबिक आरती पर भी घोटाले में शामिल होने का शक है। सीबीआई की टीम महिला अफसर को अपनी कस्टडी में लेकर पूछताछ कर सकती है। इसके पहले CGPSC के पूर्व अध्यक्ष टामन सोनवानी और छत्तीसगढ़ के स्टील कारोबारी श्रवण गोयल को अरेस्ट किया था। फिलहाल, दोनों जेल में हैं। 171 पदों के लिए हुई थी भर्ती परीक्षा CGPSC परीक्षा 2021 में 171 पदों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। प्री-एग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया। इसमें 2 हजार 565 पास हुए थे। इसके बाद 26, 27, 28 और 29 मई 2022 को हुई मेंस परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए। इंटरव्यू के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सिलेक्शन लिस्ट जारी हुई। जानिए क्या है पूरा विवाद ? CGPSC-2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है। ईओडब्ल्यू और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में केस दर्ज किया है। PSC ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी। इन्हीं भर्तियों को लेकर ज्यादा विवाद है। आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई है। VIP लोगों के रिश्तेदारों को सिलेक्ट करने का आरोप सीबीआई के मुताबिक सोनवानी के कार्यकाल में पीएससी में हुई भर्ती में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। आरोप है कि उन्होंने अपने कई करीबी रिश्तेदारों और कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों के 18 रिश्तेदारों की नौकरी लगवाई है। जांच में पैसों के लेन-देन के पुख्ता सबूत मिले हैं। ये भी आरोप है कि, पैसे लेकर कुछ नेताओं और अधिकारियों के बच्चों को डिप्टी कलेक्टर और DSP जैसे पदों पर सिलेक्ट किया गया था। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, टामन के अलावा आने वाले दिनों में CBI कुछ और अफसरों को भी अरेस्ट कर सकती है। भर्ती घोटाले में सोनवानी-गोयल की भूमिका रही- CBI CBI की तरफ से कहा गया है कि भर्ती घोटाले में टामन सोनवानी और श्रवण गोयल इन दोनों की भूमिका रही। चर्चा है कि गोयल ने बड़ी तादाद में रुपयों का लेन-देन अफसरों से किया है। मामले में सीबीआई जल्द कई बड़े खुलासे कर सकती है। CBI ने क्या कहा डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी समेत कई पदों के लिए साल 2020 से 2022 के दौरान परीक्षा/साक्षात्कार में कुछ VIP लोगों के करीबी रिश्तेदारों के चयन पर सवाल उठे थे। इन्हीं आरोपों के आधार पर मामला दर्ज किया गया था। इस केस की जांच जारी है। ……………………………. CGPSC भर्ती को लेकर यह खबरें भी पढ़िए… CGPSC केस…जेल में बंद सोनवानी का मैनपाट में रिसॉर्ट:परिवार के नाम पर रायपुर, धमतरी, सरगुजा में 44 प्रॉपर्टी, जो 50 एकड़ से भी ज्यादा CGPSC के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी को लेकर लगातार बड़े खुलासे हो रहे हैं। 2019 से 2022 के बीच हुई भर्ती में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में वे जेल में हैं। इस बीच, दैनिक भास्कर ने सीजीपीएससी अध्यक्ष रहते हुए सोनवानी के संपत्ति निवेश की इन्वेस्टिगेशन की। पता चला कि सोनवानी और उनके परिजन के नाम पर रायपुर, धमतरी और सरगुजा में ही 50 एकड़ से ज्यादा की जमीनें हैं। पढ़ें पूरी खबर 1. CGPSC के पूर्व चेयरमैन पर EOW में FIR: टामन सोनवानी सहित कई अफसरों-नेताओं के नाम; PSC में बेटे-परिवार वालों के चयन का आरोप छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) भर्ती घोटाले में फंसे पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी, पूर्व सचिव जीवन किशोर ध्रुव, परीक्षा नियंत्रक सहित अन्य अफसरों और नेताओं पर बुधवार को EOW ने FIR दर्ज की है। आरोप है कि पद पर रहते हुए इन सभी ने भाई-भतीजों का बड़े पदों पर चयन कराया। पढ़ें पूरी खबर… 2. CGPSC भर्ती घोटाला… CBI ने आयोग से लिए दस्तावेज:सिलेक्टेड कैंडिडेट्स की आंसर-शीट, इंटरव्यू पैनल के डॉक्यूमेंट की होगी फॉरेंसिक जांच छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) की भर्ती में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में CBI ने अपनी जांच शुरू कर दी है। आयोग से CBI ने कुछ दस्तावेज लेकर उन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है। अफसरों के मुताबिक, इसकी रिपोर्ट आने के बाद बयान लिए जाएंगे और आगे कार्रवाई होगी। पढ़ें पूरी खबर