भोपाल की नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सीमा सिंह के अनुसार, अभी इस बीमारी को लेकर लोगों को सतर्कता बरतने की जरूरत है। बिना डॉक्टर की सलाह के दवाएं लेना खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में जांच के बाद ही दवा लें, अन्यथा कॉर्निया अल्सर (corneal ulcer), कांचिया मोतियाबिंद एवं ग्लूकोमा की समस्या भी हो सकती है।