परीक्षा खत्म होने के 45 दिनों के भीतर परिणाम निकालना होता है। उसके बाद दस दिन में अंकसूची कॉलेजों में पहुंचाना होती है। ऐसी ही व्यवस्था विश्वविद्यालय की विभिन्न अध्ययनशालाओं के लिए बनाई गई है। पूर्व में अध्ययनशाला अपने स्तर पर परीक्षा आयोजित करती थी। परिणाम तैयार कर अपने स्तर पर जारी किए जाते हैं।