दिवाली रोशनी का त्योहार है इसे पूरे भारत में उत्साह और धूमधाम से बनाया जाता है। धनतेरस दिवाली उत्सव की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। इस साल धनतेरस का त्योहार 29 अक्टूबर को बनाया जाएगा। धनत्रयोदशी के इस शुभ दिन पर लोग अपने घर को रोशनी से सजाते हैं और दीपक जलाते हैं। इस दिन सोना-चांदी, बर्तन, झाडू और कई चीजों को खरीदना शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान धन्वन्तरि की पूजा करने से सुख और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। घर में भी बरकत आती है। आइए जानते हैं धनतेरस पर क्या नहीं खरीदना चाहिए?
धनतेरस पर भूलकर भी न खरीदें ये चीजें
धनतेरस के दिन नुकीली चीजें जैसे – चाकू और कैंची, कांच, चीनी मिट्टी, प्लास्टिक, लोहा, स्टील, एल्युमिनियम आदि वस्तुएं नहीं खरीदनी चाहिए। क्योंकि इससे घर में दुर्भाग्य घुस जाता है। इतना ही नहीं, इस दिन काला कंबल, काले व नीले वस्त्र और तेल आदि का खरीदना भी अशुभ माना जाता है। इस दिन भूलकर भी जूते व चमड़े से बनी चीजों को नहीं खरीदना चाहिए। क्योंकि जूते शनि का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसलिए शनि से संबंधित कोई भी वस्तु खरीदना शुभ नहीं होता। इसके अलावा, खाली मिट्टी का घड़ा भी घर नहीं लाना चाहिए। माना जाता है कि मिट्टी के बर्तन और सुराही लाने से घर की बरकत नहीं जाती है। या फिर आप इसे खरीदने से पहले चावल, गेहूं जैसे कि किसी भी अनाज से भर लें और इसे अपने घर की तरफ ले जाएं।
धनतेरस पर इन मंत्रो का करें जाप
– ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥
– ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥
– ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये, धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥
– श्री धनवंतरी स्वरूप श्री श्री श्री औषधचक्र नारायणाय नमः॥