ऑस्ट्रेलिया की मेलबर्न यूनिवर्सिटी ने दिल्ली में पहला मेलबर्न ग्लोबल सेंटर का उद्घाटन किया है। यह सेंटर लोकल स्टूडेंट्स, एलुमनी, गवर्नमेंट ऑफिशियल और एजुकेशनल पार्टनर्स के साथ मिलकर खोला है। मेलबर्न ग्लोबल सेंटर दिल्ली का उद्देश्य एजुकेशन, रिसर्च, इंडस्ट्री और इंडस्ट्री में सहयोग करना है। इससे एजुकेशन को हर व्यक्ति के लिए आसान बनाना है। यह भारत में यूनिवर्सिटी के सेंट्रल हब के रूप में काम करेगा। इंस्टीट्यूशनल पार्टनरशिप 16 साल तक रहेगी मेलबर्न यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर (ग्लोबल कल्चर एंड एंगेजमेंट) माइकल वेस्ले ने कहा, ‘दिल्ली में हमारा मेलबर्न ग्लोबल सेंटर भारत और मेलबर्न यूनिवर्सिटी के बीच एजुकेशन को बढ़ावा देगा। 16 साल तक चलने वाली इंस्टीट्यूशनल पार्टनरशिप के साथ, हम भारत में एजुकेशन को मजबूत करने और आम लोगों तक पहुंचाने के लिए काम करेंगे।’ प्रेस रिलीज में बताया गया कि मेलबर्न ग्लोबल सेंटर में कल्चरल प्रोग्राम्स, आर्ट्स एग्जीबिशन और लेक्चर सीरीज भी शुरू की जाएगी। इससे भारत के कॉर्पोरेट्स, इंडस्ट्री पार्टनर्स और एकेडमिक इंस्टीट्यूशंस को जोड़ा जाएगा। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इकोनॉमिक्स डेवलपमेंट बढ़ेगा भारत में ऑस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर फिलिप ग्रीन ने कहा, ‘दिल्ली में मेलबर्न यूनिवर्सिटी के ग्लोबल सेंटर का उद्घाटन एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह भारत के लिए यूनिवर्सिटी के लॉन्ग-टर्म कमिटमेंट को रिप्रेजेंट करता है। यह सेंटर एजुकेशन और रिसर्च से जुड़े वर्क को बढ़ावा देगा। यह सेंटर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इकोनॉमिक्स डेवलपमेंट और सोशल इम्पैक्ट को बढ़ाएगा।’ मेलबर्न यूनिवर्सिटी की ओर से बताया गया कि, मेलबर्न ग्लोबल सेंटर को टीचिंग या ऑफशोर कैंपस के लिए नहीं बनाया गया है। इसके बजाय, यह भारत में आने वाले समय में एजुकेशन को मजबूत करने के लिए बनाया गया है।