केंद्र सरकार ने IIT और IIM की तर्ज पर नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को मंजूरी दे दी है। इस प्रोग्राम के तहत एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गैमिंग, कॉमिक और एक्सटेंडेंड रियलिटी (AVGC-XR) की ट्रेनिंग दी जाएगी। सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार, 18 सितंबर को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। मुंबई में होगी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मुंबई में इस सेंटर की स्थापना कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत धारा 8 कंपनी के तौर पर की जाएगी। फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) और भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) की मदद से सेंटर खोला जाएगा। वैष्णव ने कहा, AVGC-XR सेक्टर मीडिया और एंटरटेनमेंट की दुनिया का एक बेहद जरूरी हिस्सा है। इसमें फिल्म प्रोडक्शन, OTT प्लेटफॉर्म, गेमिंग, एडवर्टाइजमेंट, हेल्थ और एजुकेशन जैसे सेक्टर्स शामिल हैं। उन्होंने कहा, तेजी से विकसित हो रही टेक्नोलॉजी और पूरे देश में इंटरनेट की बढ़ती पहुंच के साथ AVGC-XR का इस्तेमाल दुनिया भर में तेजी से बढ़ने वाला है। इस तेजी को कायम रखने और देश में AVGC-XR इकोसिस्टम को आगे बढ़ाने के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जा रही है। AVGC-XR रिसर्च एंड डेवलपमेंट को बढ़ावा मिलेगा यह केंद्र शौकिया और पेशेवर, दोनों लोगों को एडवांस्ड टेक्नोलॉजी में नई स्किल्स डेवलप करने में मदद करेगा। यह AVGC-XR से जुड़ी रिसर्च एंड डेवलपमेंट को भी बढ़ावा देगा। इसके अलावा सेंटर ऑफ एक्सलेंस कम्प्यूटर साइंस, इंजीनियरिंग, डिजाइन और आर्ट्स जैसे विभिन्न सेक्टर्स के एक्सपर्ट्स को एक मंच पर लाने का भी काम करेगा। इनक्यूबेशन सेंटर के रूप में भी करेगा काम इस बारे में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि यह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस डोमेस्टिक कंजम्पशन और ग्लोबल रिसर्च दोनों के लिए भारत के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी (IP) के क्रिएशन पर ज्यादा ध्यान देगा। इससे भारतीय कल्चर और हिस्टोरिकल बेस्ड कंटेट का प्रोडक्शन होगा। वहीं, यह सेंटर AVGC-XR सेक्टर में स्टार्टअप और शुरुआती फेज वाली कंपनियों के लिए रिसोर्सेस मुहैया कराएगा। इससे यह सेंटर एक इनक्यूबेशन केंद्र के रूप में भी काम करेगा।