दो साल पूराने इस प्रकरण को लेकर नर्मदा प्रसाद अर्खेल तर्फे राहुल विसपुते द्वारा कलेक्टर आशीषसिंह को शिकायत की थी। जिसमें नर्मदा प्रसाद ने तहसीलदार (पीठासीन अधिकारी) शैवालसिंह पर फाइल गुम करने और मानसिक रुप से परेशान करने का आरोप लगाया। कलेक्टर ने टीएल बैठक में प्रकरण को शामिल किया और शैवाल सिंह व अनिता अंगारे के विरुद्ध जांच बैठा दी।