शारदीय नवरात्रि की शुरुआत कल से शुरु हो रहा है। इस साल माता रानी पालकी पर सवार होकर आ रही है। नवरात्र के पहले दिन कलश या घट स्थापना की जाती है। नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरुप मां शैलपुत्री की पूजा का विधान है। ज्यतोषि के अनुसार,नवरात्रि के पहले दिन सूर्योदय से लेकर दोपहर 3.17 बजे हस्त नक्षत्र व्याप्त रहेगा और उसके बाद चित्रा नक्षत्र आरंभ होगा। नवरात्रि के पहले दिन शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना अत्यंत शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं घटस्थापना के शुभ चौघड़िया मुहूर्त।
जानें शुभ घटस्थापना की चौघड़िया मुहूर्त
ज्योतिष के अनुसार, 3 अक्तूबर 2024 को शुभ चौघड़िया मुहूर्त सुबह 6 बजे से सुबह 7.30 बजे तक रहेगा और उसके बाद सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक रहेगा। लेकिन राहुकाल दोपहर 1.30 बजे से लेकर दोपहर तीन बजे तक रहेगा। राहुकाल के समय कलश स्थापना करना सबसे श्रेष्ठ माना जा रहा है।
इस बार शारदीय नवरात्रि में मां का आगमन डोली यानी पालकी पर हो रहा है, जिसे अशुभ माना जा रहा है। इसकी वजह से दुर्घटनाएं, अपदाएं, भूस्खलन आदि घटनाओं में वृद्धि होती है। मां का प्रंस्थान युद्ध यानी मुर्गे से होगा, इसे शुभ माना जाता है। ज्योतिष में माता रानी के इस वाहन को अमंगलकारी माना गया है।