शारदीय नवरात्रि एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो देवी दुर्गा की आराधना और पूजा के लिए मनाया जाता है। यह त्योहार आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवमी तक मनाया जाता है। शारदीय नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा के नौ विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है, जो शक्ति और साहस का प्रतीक हैं। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और विजयादशमी के साथ समाप्त होता है। इस बार शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर से शुरु हो रही है और इसका समापन 1 अक्टूबर को है और 2 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि नवरात्र में किन कामों से दूरी बनानी जरुरी है।
इन बातों का रखें ध्यान
नवरात्रि में आप मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करें तो उस दौरान आपका तन और मन दोनों ही स्वच्छ होना जरुरी है। सबसे पहले आप सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और कपड़े भी साफ-सुथरे पहनने चाहिए। पूजा करते समय अपने मन में किसी भी तरह के बुरे या नकारात्मक विचार न लाएं। पूजा स्थल पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
ये गलतिंया न करें
शारदीय नवरात्रि के दौरान मांसाहार और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। व्रत रखने वाले साधक को सात्विक भोजन ही करना चाहिए। ऐसा नहीं करोंगे तो व्रत का फल प्राप्त नहीं होता है। अगर आप लहसुन-प्याज का बना हुआ खाना खाते हैं, तो देवी मां आपसे रुष्ट हो जाएगी।
व्रत का फल नहीं मिलेगा
अगर आप व्रत के दौरान क्रोध करते हैं, झूठ बोलेते हैं या फिर किसी अपमान करते हैं, तो इन चीजों से बचना चाहिए। नवरात्रि में जुआ नहीं खेलना चाहिए या किसी तरह का अनैतिक कार्य करते हैं, इन लोगों को मां दुर्गा का क्रोध का सामना करना पड़ता है। केवल नवरात्रि में ही नहीं इन आदतों को हमेशा के लिए त्याग कर देना चाहिए। ऐसा करने से माता रानी का आशीर्वाद आप पर सदा बना रहेगा।
