स्कंद षष्ठी का पर्व भगवान कार्तिकेय को समर्पित है। इस कुमार कार्तिकेय की विधिवत रुप से पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में स्कंद षष्ठी का पर्व बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। भगवान कार्तिकेय की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में चल रही परेशानियों को दूर होती है और सभी मनोकामना पूर्ण होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि 3 फरवरी को मनाई जाएगी। आइए आपको बताते हैं भगवान कार्तिकेय को क्या-क्या चीजें चढ़ाने से लाभ हो सकता है।
भगवान कार्तिकेय को चढ़ाएं काला तिल
स्कंद शास्त्रों और तंत्र शास्त्रों में भगवान कार्तिकेय को तिल चढ़ाने का विशेष महत्व बताया है। काले तिल को कुमार कार्तिकेय को प्रसन्न करने के लिए एक शुभ और पवित्र उपाय माना जाता है। काले तिल शुद्धता, सकारात्मक ऊर्जा और रक्षा का प्रतीक होते हैं। काले तिल भगवान कार्तिकेय के युद्धकला और विजय के प्रतीक हैं। काले तिल भगवान कार्तिकेय को अर्पित करने से व्यक्ति के पापों को नाश करती है। इसके साथ ही उसे मानसिक शांति मिलती है।
बूंदी के लड्डू अर्पित करें
अगर आपके जीवन में परेशानियां चल रही है और मनचाहे फलों की प्राप्ति चाहते हैं, तो आप भगवान कार्तिकेय को बूंदी के लड्डू जरुर चढ़ाएं। यदि आपकी कोई इच्छा है तो भगवान कार्तिकेय के लड्डू चढ़ाते के दौरान अपनी इच्छा जरुर बोलें। ऐसा करने से लाभ हो सकता है।
भगवान कार्तिकेय को चढ़ाएं असली का तेल
स्कंद षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय को अलसी का तेल चढ़ाने से कुंडली में स्थित ग्रहदोष से छुटकारा मिलता है। अगर आप किसी कार्य में सिद्धी प्राप्त करना चाहते हैं तो उसमें शुभ परिणाम मिलेगा।
इसके साथ ही आप भगवान कार्तिकेय को गुड़ भी अर्पित करें। रुके हुए काम को दूर करने के लिए गुड़ जरुर चढ़ाएं।