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Tuesday, December 3, 2024

इजराइल की नए हिजबुल्लाह चीफ को धमकी:कहा- वह ज्यादा दिन तक नहीं बचेगा, पुराने नेताओं के रास्ते पर चला तो सजा मिलेगी

इजराइल ने हिजबुल्लाह के नए चीफ नईम कासिम को चेतावनी दी है। इजराइल का कहना है कि हिजबुल्लाह का नया कमांडर ज्यादा दिन नहीं रहने वाला है। अगर कासिम भी अपने पुराने लीडरों के रास्ते पर चला, तो वह हिजबुल्लाह के इतिहास में सबसे कम दिन चीफ रहने वाला व्यक्ति होगा। इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कासिम की नियुक्त पर चेतावनी देते हुए सोशल मीडिया प्लैटफोर्म X पर कासिम की फोटो पोस्ट के साथ लिखा, “अस्थायी नियुक्ति। ज्यादा समय तक नहीं चलेगी।” इजराइली हमले में हसन नसरल्लाह की मौत के 32 दिन बाद मंगलवार को हिजबुल्लाह ने अपना नया चीफ चुना था। कासिम हिजबुल्लाह में इससे पहले नंबर 2 की पोजिशन पर था। नसरल्लाह की मौत के बाद कासिम ने ही लेबनान की जनता को संबोधित किया था। UAE के मीडिया हाउस इरेम न्यूज के मुताबिक वह अभी ईरान में है। कासिम ने 5 अक्टूबर को बेरूत छोड़ दिया था। उसे ईरान के विदेश मंत्री के विमान से ले जाया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान के नेताओं ने इजराइल के हमले के डर से कासिम को ईरान बुलाया था। कासिम संगठन में लंबे समय से सक्रिय रहा है और इजराइल के साथ संघर्ष में अक्सर प्रवक्ता की भूमिका निभाता रहा है। ‘लेबनान की भलाई के लिए हिजबुल्लाह का खात्मा जरूरी’ इजराइल का कहना है कि लेबनान में शांति केवल तभी ही आएगी जब हिजबुल्लाह की सैन्य शक्ति खत्म कर दी जाए। लेबनान की समस्या का एक ही समाधान है, वो ये कि इस संगठन को पूरी तरह समाप्त किया जाए। इजराइल ने हिजबुल्लाह को खत्म करने के अभियान में सफलता भी मिली है। संगठन की टॉप 8 लीडरों में से इजराइल 5 का खात्मा कर चुका है। चीफ बनने की रेस में कासिम से पहले हाशिम सैफिद्दीन का नाम आगे चल रहा था। हाशिम नसरल्लाह का ममेरा भाई था, लेकिन इजराइली एयरस्ट्राइक में वो भी मारा गया। हाशिम के मौत की पुष्टि खुद इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने की थी। नसरल्लाह और हाशिम की मौत के बाद हिजबुल्लाह में उथल-पुथल मची हुई है। कौन है हिजबुल्लाह का नया चीफ नईम कासिम कासिम का जन्म 1953 में लेबनान के कफार किला गांव में हुआ था। 1970 के दशक में कासिम, लेबनान में शियाओं के अमल आंदोलन का हिस्सा बना था। अमल का काम शियाओं के अधिकारों को लेकर लड़ना था। बाद में 1980 के दशक की शुरुआत में कासिम हिजबुल्लाह के आंदोलन के साथ जुड़ा और संगठन की स्थापना करने वाले संस्थापक सदस्यों में शामिल रहा। कासिम दशकों से बेरूत में शिया इस्लामिक शिक्षा देता आ रहा है। कासिम 1991 में हिजबुल्लाह का डिप्टी सेक्रटरी जनरल बना था। वो हिजबुल्ला की सूरा काउंसिल का सदस्य भी है।

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