ईरान ने 30 यहूदियों से कराई इजराइल की जासूसी, गिरफ्तार:न्यूक्लियर साइंटिस्ट को मारना चाहते थे, सैन्य ठिकानों की जानकारी भी जुटाई

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ईरान के लिए जासूसी करने के आरोप में इजराइल ने 30 यहूदी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। ये 9 स्लीपर सेल बनाकर ईरान के लिए जासूसी कर रहे थे। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इन्होंने इजराइल के सैन्य ठिकानों और एयर डिफेंस सिस्टम के बारे में जानकारी जुटाई थी। जासूसी के आरोप में 30 यहूदियों की गिरफ्तारी से इजराइल की सुरक्षा एजेंसी मोसाद और शिन बेत को बड़ा झटका लगा है। इजराइल की सुरक्षा एजेंसी शिन बेत के मुताबिक स्लीपर सेल का टारगेट एक इजराइली परमाणु वैज्ञानिक और सेना के पूर्व अधिकारी थे। इसके अलावा इसमें सेल में शामिल कुछ लोगों ने इजराइली सेना के ठिकानों और एयर डिफेंस के बारे में भी जानकारी इकट्ठा की थी। रॉयटर्स के मुताबिक इजराइल के लिए यहूदियों की गिरफ्तारी होना चिंता का विषय है। बाप-बेटे ने मिलकर जुटाई इजराइल-सीरिया बॉर्डर की इंटेलिजेंस
इजराइली पुलिस और सुरक्षा एजेंसी शिन बेत ने बताया कि जासूसी के आरोप में एक बाप-बेटे की जोड़ी भी गिरफ्तार हुई है। जिनसे पूछताछ में पता चला कि इन्होंने सीरिया बॉर्डर से लगते गोलान हाइट्स में इजराइली सेना की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी है। करीब 1800 किमी में फैले गोलान हाइट्स पहाड़ी इलाका है, इसका एक तिहाई हिस्सा इजराइली सेना की निगरानी में है। ऐसे में यह इजराइल में बड़ी सुरक्षा चूक माना जा रहा है। शिन बेत के मुताबिक पहले ईरान के जिस तरह के जासूस गिरफ्तार होते थे उनमें ज्यादातर दीवारों पर नेतन्याहू के विरोध में पोस्टर लगाते थे, सरकार विरोधी बातें लिखते थे। इजराइल की सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक ईरानी खुफिया एजेंसियों ने बीते दो सालों में इजराइल के खिलाफ सीक्रेट जानकारी के बारे में पता लगाने और पैसे के बदले हमले करने के लिए इजराइली लोगों की भर्ती करने की कोशिश की जिसके बाद इजराइल ने इन आरोपियों को अरेस्ट किया है। ईरान के कहने पर अपने ही देश में उपद्रव फैलाना चाहते थे जासूस
इजराइल की सुरक्षा एजेंसी शिन बेट के पूर्व अधिकारी शालोम बेन हनान ने यहूदी नागरिकों के जासूसी के आरोप में गिरफ्तारी पर हैरानी जताई है। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी घटना है। आरोपियों ने जानबूझकर खुफिया जानकारी जुटाई और अपने ही देश में उपद्रव फैलाने के लिए पैसे लेकर ईरान के लिए काम किया। यहूदियों का जासूसी करना इजराइल के लिए चिंताजनक क्यों?
इजराइल की स्थापना यहूदी लोगों के लिए की गई थी। ऐसे में अगर कोई यहूदी इजराइल के सबसे बड़े दुश्मन ईरान की जासूसी के आरोप में गिरफ्तार होता है तो यह इजराइल की सुरक्षा के लिए चिंताजनक है। इससे पहले 22 अक्टूबर को इजराइल ने जासूसी के आरोप में 7 नागरिकों को गिरफ्तार किया था। इनमें दो नाबालिग भी शामिल थे। इन्होंने ईरान के लिए 2 साल तक जासूसी की। इस दौरान आरोपियों ने ईरान के लिए करीब 600 मिशन पूरे किए। साल 2019 में पूर्व मंत्री को जासूसी करने पर मिली थी सजा
पिछले एक दशक तक ईरान का जासूसी का तरीका अलग था। इसमें आम लोग कम ही शामिल थे। ईरान ने हाई-प्रोफाइल कारोबारी और एक पूर्व कैबिनेट मंत्री गोनेन सेगेव की भर्ती की थी। फरवरी 2019 में गोनेन सेगेव को जासूसी के आरोप में 11 साल की सजा सुनाई गई थी। इजराइल के न्याय मंत्रालय के मुताबिक गोनेन पर अधिकारियों और इजराइली सेना से जुड़ी जानकारी लीक करने का आरोप था। सेगेव 1990 में इजराइल के ऊर्जा मंत्री भी रह चुके हैं। वहीं, हाल ही में ईरान के निशाने पर इजराइल के कुछ ऐसे लोग जासूसी के आरोप में गिरफ्तार हुए हैं जिनमें अप्रवासी, एक सैनिक और एक यौन अपराधी शामिल था। सोशल मीडिया के जरिए ईरान कर रहा भर्ती- इजराइल
इजराइली पुलिस ने नवंबर में एक वीडियो जारी कर कहा था कि ईरानी खुफिया एजेंसियां अक्सर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भर्तियां पोस्ट करती हैं। एक इजराइली नागरिक को ईरान की ओर से संपर्क किया गया था जिसमें उसे जासूसी के बदले $15,000 देने का वादा किया गया था। ———————————- इजराइल से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… ईरान के लिए जासूसी करने वाले 7 इजराइली गिरफ्तार:इनमें एक सैनिक; इन्होंने जिन जगहों की जानकारी भेजी, वहां हिजबुल्लाह ने हमले किए इजराइल ने पिछले महीने भी ईरान के लिए जासूसी करने के आरोप में 7 इजराइली नागरिकों को गिरफ्तार किया था। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, इन पर आरोप है कि उन्होंने ईरान के लिए 2 साल तक जासूसी की और उनके लिए सैकड़ों काम किए। पूरी खबर यहां पढ़े…

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