तीन अक्टूबर को अमावस्या की रात को नारायणपुर और दंतेवाड़ा के पुलिस मुख्यालय में नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना मिलने पर एक बड़ा अभियान शुरू किया गया। 25 किमी की कठिन यात्रा के बाद जवान नक्सलियों के डेरे तक पहुंचे और मुठभेड़ में 38 नक्सलियों को मार गिराया, जिनमें से 25 लाख रुपये का इनामी नक्सली नीति भी शामिल था।