छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि धन्वंतरि जेनरिक मेडिकल स्टोर अस्पताल परिसर से हटाए जाएंगे। उनकी जगह प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खुलेंगे। वहां लोगों को कम दाम में जेनेरिक दवाएं मिलेंगी। हालांकि उन्होंने धन्वतरि मेडिकल स्टोर बंद करने की बात को गलत बताया। स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल गुरुवार को दुर्ग दौरे पर थे। इस दौरान वह भिलाई स्थित दैनिक भास्कर के दफ्तर पहुंचे। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि प्रदेश में फिर से महतारी वंदन योजना के फॉर्म भरे जाएंगे। इससे पहले सुपेला अस्पताल निरीक्षण के दौरान उन्होंने वहां संचालित धन्वंतरि मेडिकल स्टोर को हटाने के निर्देश दिए। सवाल : सरकारी अस्पताल रेफरल सेंटर बन गए हैं। इसे रोकने के लिए क्या कर रहे? स्वास्थ्य मंत्री : इसे रोकने के लिए उन्होंने एक नया नियम लागू किया है। अब सरकारी अस्पताल से मरीज को रेफर करने से पहले संबंधित डॉक्टर को यह रिपोर्ट देनी होगी कि वह मरीज को किस बीमारी के चलते और क्यों रेफर कर रहा है। राज्य में बैठी टीम सभी रेफर रिपोर्ट की मॉनिटरिंग करेगी। देखा जाएगा कि अस्पताल में किन बीमारियों के इलाज की सुविधा नहीं है। किन सुविधाओं के बाद भी मरीजों को वहां से रेफर किया जा रहा है। डॉक्टर गलत रेफर करते पाए जाएंगे, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। सवाल : सरकारी डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस पर कैसे रोक लगेगी? स्वास्थ्य मंत्री : जो डॉक्टर सरकारी अस्पताल में सेवा देने के बाद भी प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे हैं, उस पर भी रोक लगाने के लिए नए नियम लागू किए जाएंगे। इसके लिए टीम काम कर रही है। सवाल : क्या महतारी वंदन योजना के लिए फिर फॉर्म भरवाए जाएंगे? स्वास्थ्य मंत्री : 70 लाख से अधिक माताओं-बहनों को राज्य सरकार महतारी वंदन योजना का लाभ दे रही है। करीब 5-10 हजार महिलाएं और बची होंगी। जल्द ही इसका पोर्टल खोल दिया जाएगा ताकि, छूटी हुई महिलाएं अपना फॉर्म भर सकें। सुपेला अस्पताल से हटाया जाएगा OST सेंटर इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने गुरुवार रात 8 बजे अचानक लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला पहुंच गए। इस दौरान भिलाई नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष भोजराज भोजू ने अस्पताल के अंदर खुले OST सेंटर (ओरल सब्सटीट्यूशन थेरेपी) को सुरक्षा पर खतरा बताया। स्वास्थ्य मंत्री ने दुर्ग CMHO को निर्देश दिया को OST सेंटर को हटाया जाए। इसके साथ ही उन्होंने उन्हें अस्पताल में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने की बात कही। उन्होंने अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पीयम सिंह को कहा कि अगली बार उन्हें अस्पताल के बाहर जन औषधि केंद्र चमचमाता हुआ दिखना चाहिए। CCM मेडिकल कॉलेज का होगा कायाकल्प स्वास्थ्य मंत्री इसके बाद चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज कचादुंर दौरा करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज का कैंपस और बिल्डिंग बेहतर है, लेकिन वहां ना तो सुविधाएं है ना मरीज हैं। ऐसे में वहां मेडिकल स्टूडेंट कैसे पढ़ाई करते होंगे। 8 करोड़ की लागत से सिटी स्कैन मशीन लगेगी उन्होंने ADM बजरंग दुबे को निर्देश दिया कि वो अस्पताल तक पहुंच मार्ग का बजट बनाएं। इसके साथ ही वहां हेजार्ट लाइट लगाएं। स्वास्थ्य मंत्री ने जल्द ही यहां 8 करोड़ की लागत से सिटी स्कैन मशीन लगाने की बात कही। इसके लिए वो खुद के मद और DMF फंड से राशि देंगे। उन्होंने कहा कि सीएम मेडिकल कॉलेज के लिए 50 के करीब मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर की नियुक्ति कर दी गई है। राज्य सरकार ने उस हॉस्पिटल को ले लिया है। जल्द ही वहां CGMHC की टीम आएगी और देखेगी की वहां किन चिकित्सकीय सुविधाओं की बढ़ोतरी करनी है। स्वास्थ्य मंत्री बुलाते रहे और नहीं आए MS दौरे के दौरान सीएम मेडिकल कॉलेज में केवल एक-दो डॉक्टर ही अस्पताल में मिले। उन्होंने डॉक्टर से कहा कि एमएस को बुलाओ। मंत्री के कई बार पूछने के बाद भी एमएस वहां नहीं पहुंचे। इसके बाद मंत्री खुद यह बोलकर निकल गए की जल्द ही वो यहां का दौरा करेंगे, तब उससे मिलेंगे। 3 साल पहले भूपेश सरकार में खुले थे धन्वंतरि मेडिकल स्टोर छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती भूपेश सरकार ने सस्ती जेनरिक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए करीब 3 साल पहले श्री धनवंतरी दवा योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत प्रदेश के 169 शहरों में 188 मेडिकल स्टोर्स खोले गए थे। इन दुकानों से दवा के अधिकतम खुदरा बिक्री मूल्य (MRP) में 50 प्रतिशत से अधिक की छूट दी जाती थी। पढ़ें पूरी खबर… कांग्रेस को बताया मुद्दा विहीन सीमेंट के दाम में बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस जो धरना प्रदर्शन कर रही है, उसे स्वास्थ्य मंत्री पूरी तरह से गलत बताया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मुद्दा विहीन पार्टी हो गई है। इसलिए अब वो केवल अनर्गल आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि सीमेंट के दाम कहीं से नहीं बढ़े हैं। सीमेंट के दाम जो थोड़ा बढ़े हैं वो बिजली की दर और अन्य लागत में बढ़ोतरी के चलते बढ़े हैं। भाजपा ने हर तरह से दाम को कंट्रोल करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन काल के समय 200 की सीमेंट 350 में बिक रही थी, उस तरह के हालात अब नहीं हैं।