छत्तीसगढ़ में अब MBBS की पढ़ाई हिंदी में होगी। हिंदी दिवस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने घोषणा की है। इसी साल से सरकार हिंदी में किताबें भी उपलब्ध कराएगी। जिससे डॉक्टर हिंदी माध्यम से पढ़ाई पूरी कर सकेंगे। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि, हमारी सरकार बड़ा निर्णय ले रही है। हिंदी दिवस मनाने की सार्थकता तभी है, जब हम अपने काम-काज भी हिंदी में करें। शिक्षा के हर स्तर पर हिंदी को लागू करें। मैकाले की साम्राज्यवादी शिक्षा नीति से अलग कर रहे CM ने कहा कि, इसके लिए छात्र-छात्राओं की संख्या के अनुसार पुस्तकें उपलब्ध कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी के मार्गदर्शन पर काम हो रहा है। हम अपनी शिक्षा नीति को हर स्तर पर पुरानी मैकाले की साम्राज्यवादी के शिक्षा नीति से अलग कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को पूरी तरह से लागू कर दिया है। ग्रामीण स्टूडेंट्स को मिलेगा फायदा सीएम साय ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2022 को उत्तर प्रदेश के उन्नाव की रैली में हिंदी में चिकित्सा शिक्षा उपलब्ध कराने की इच्छा जाहिर की थी। हिंदी में चिकित्सा शिक्षा उपलब्ध कराने का सबसे बड़ा लाभ ग्रामीण इलाके के छात्रों को होगा। जो छात्र हिंदी मीडियम से होते हैं, वे प्रतिभाशाली होते हैं लेकिन अंग्रेजी की वजह से उन्हें चिकित्सा पाठ्यक्रम में कुछ दिक्कतें आती हैं। अब यह दिक्कत दूर हो जाएगी। इससे चिकित्सा शिक्षा के छात्र-छात्राओं का आधार भी मजबूत होगा। अच्छे चिकित्सक तैयार करने में इससे अधिक मदद मिलेगी। मातृभाषा में शिक्षा दिए जाने पर यह सबसे बड़ा लाभ होगा कि विषय की बारीकी समझ पाएंगे। इसे हम छत्तीसगढ़ में हर स्तर पर लागू करने के लिए संकल्पित हैं। यह खबर भी पढ़िए… छत्तीसगढ़ में 535 मेडिकल ऑफिसर्स की संविदा नियुक्ति: दुर्ग को 55 और गरियाबंद को 6 डॉक्टर मिले; स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया आदेश छत्तीसगढ़ में सरकार ने मेडिकल ऑफिसर्स की संविदा नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहार जायसवाल ने बताया कि 535 चिकित्सा अधिकारियों संविदा नियुक्ति की गई है। यहां पढ़ें पूरी खबर…