मध्य प्रदेश में बढ़ते प्रदूषण का मुख्य कारण सड़क धूल, वाहनों, उद्योगों और पराली जलाने की घटनाएं हैं। 15 सितंबर से 14 नवंबर 2024 तक राज्य में 8,917 पराली जलाने की घटनाएं दर्ज की गईं, जो पंजाब और हरियाणा से भी अधिक हैं। प्रदूषण नियंत्रण के लिए कृषि और प्रशासन विभाग सक्रिय हैं।