कर्मफलदाता शनि ग्रहों में सबसे महत्वपूर्ण माने जाते हैं। शनि ग्रह एक राशि में करीब ढाई साल तक रहते हैं। न्याय देवता शनि एक राशि चक्र पूरा करने में करीब 30 साल लगाते हैं। जिस वजह से जातकों को कभी न कभी शनि की साढ़े सती और ढैय्या का सामना करना पड़ता है। ग्रहों के राजकुमार बुध भी निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते हैं। इस समय बुध ग्रह कन्या राशि में विराजमान है और शनि अपनी स्वराशि कुंभ में विराजमाम है। आपको बता दें कि 18 सितंबर को दोनों के बीच 180 डिग्री पर मौजूद है। शनि और बुध के आमने-सामने आने से कई राशि के जातकों को जबरदस्त लाभ मिलेगा। आइए जानते हैं कौन-सी है ये राशियां।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों को काफी लाभ होगा। करियर और व्यापार में भी काफी लाभ मिलते हैं। इस राशि के जातकों के नौकरी में चल रही परेशानी अब खत्म हो जाएगी। मेहनत का फल मिलेगा। उच्च अधिकारियों का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार में लाभ प्राप्त होगा। कर्ज से निजात मिलेगा। लव लाइफ बेहतर रहेगी। समाज में मान-सम्मान की वृद्धि होगी।
कुंभ राशि
कुंभ राशि में शनि विराजमान है और बुध सातवें भाव पर भ्रमण कर रहे हैं। ऐसे में इस कुंभ राशि के जातकों के जीवन में खुशियां आने वाली है। करियर क्षेत्र में फायदा होगा। कार्यक्षेत्र में आपके काम की प्रशंसा होगी। पदोन्नति के साथ सैलरी में वृद्धि होगी। संतान संबंधित आ रही परेशानियां दूर होगी। पढ़ने वाल छात्रों को भी खूब लाभ मिलते हैं।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के जीवन में भी अनुकूल प्रभाव पड़ सकता है। रुके हुए सारे काम पूरे होंगे। आपकी अधूरी इच्छाएं पूरी होगी। इसके साथ ही आर्थिक स्थिति भी पहले से मजबूत होगी। करियर क्षेत्र में लाभ मिलने वाले हैं। नई नौकरी तलाश कर रहे जातकों को विशेष लाभ प्राप्त होगा। किस्मत का पूरा साथ मिलेगा। सफलता आपके कदम चूमेगी। आपके द्वारा किए जाने वाले सारे काम पूरे होंगे।