अमेरिकी चुनाव में बाइडेन के ट्रम्प समर्थकों को ‘कचरा’ कहने पर पॉलिटिक्स तेज हो गई है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प बुधवार शाम को विस्कॉन्सिन में प्रचार करने गए थे। यहां वे लाल टोपी और सफाईकर्मी की जैकेट पहने कचरे वाली ट्रक में बैठे नजर आए। ट्रम्प ने ट्रक पर बैठकर ही पत्रकारों के सवालों का भी जवाब दिया। ट्रम्प ने कहा- वह कमला और जो बाइडेन के बयान का विरोध करते हैं। बाइडेन ने बिल्कुल वही कहा है, जो कमला हमारे समर्थकों के बारे में सोचती हैं। लेकिन मैं उन्हें बता देना चाहता हूं कि अमेरिका के 25 करोड़ लोग कचरा नहीं हैं। दरअसल, 29 अक्टूबर को बाइडेन ने ट्रम्प समर्थकों को ‘कचरा’ कहा था। बाइडेन ने एक ट्रम्प समर्थक कॉमेडियन की टिप्पणी पर ये जवाब दिया था। ट्रम्प समर्थक कॉमेडियन के बयान पर विवाद शुरू हुआ
ट्रम्प ने 27 अक्टूबर को न्यूयॉर्क में मैडिसन स्क्वायर गार्डन में एक रैली की थी। इस दौरान कॉमेडियन टोनी हिंचक्लिफ ने प्यूर्टो रिको को ‘कचरे का द्वीप’ बताया था। इस बात पर बाइडेन ने कहा था- प्यूर्टो रिको समुदाय के लोग बहुत सभ्य और प्यारे हैं। अमेरिका के विकास में उनका बड़ा योगदान है। मैं तो ट्रम्प के समर्थकों को ही कचरा फैलाते हुए देखता हूं। प्यूर्टो रिको में हिस्पैनिक मूल के लोग रहते हैं। ये स्पैनिश बोलते हैं। प्यू रिसर्च सर्वे के मुताबिक 2024 में 60% हिस्पैनिक वोटर्स डेमोक्रेटिक पार्टी के समर्थक हैं। वहीं रिपब्लिकन पार्टी को 34% हिस्पैनिक वोटर्स का समर्थन मिल रहा है। मैप में देखिए प्यूर्टो रिको की लोकेशन… 126 साल पहले अमेरिका का हिस्सा बना प्यूर्टो रिको
प्यूर्टो रिको क्यूबा और जमैका के पूर्व एक अमेरिकी द्वीप है। साल 1898 में स्पेन ने प्यूर्टो रिको को अमेरिका को सौंप दिया था। इस द्वीप पर 35 लाख लोग रहते हैं लेकिन सामोआ, गुआम जैसे अमेरिकी राज्यों की तरह प्यूर्टो रिको के लोगों को भी चुनाव में वोट डालने का अधिकार नहीं है। हालांकि प्यूर्टो रिको के लोग अमेरिका के कई राज्यों में बसे हैं और वे वहां वोट डालते हैं। खासतौर पर पेंसिल्वेनिया जैसे स्विंग स्टेट में प्यूर्टोरिकन लोगों की अहम मौजूदगी है। मंगलवार को प्यूर्टो रिको के सबसे बड़े अखबार एल नुएवो दीया ने कचरे का द्वीप वाली टिप्पणी से नाराज होकर हैरिस का समर्थन किया। अखबार ने अमेरिका में रहने वाले करीब 50 लाख प्यूर्टोरिकन लोगों से डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के लिए वोट देने की अपील की।
मस्क को अदालत में पेश होने का आदेश पेनसिल्वेनिया के एक जज ने अमेरिकी अरबपति इलॉन मस्क को तत्काल एक सुनवाई में मौजूद होने का आदेश दिया है। दरअसल, मस्क ने स्विंग स्टेट में चुनाव से पहले वोट देने वाले मतदाताओं को 1 मिलियन डॉलर (8.4 करोड़ रुपए) देने की घोषणा की थी। पेनसिलवेनिया स्विंग स्टेट में आता है। ट्रम्प के इस ऐलान के बाद फिलाडेल्फिया के अटॉर्नी लैरी क्रासनर ने सोमवार को मस्क और उनके प्रचार अभियान अमेरिकी PAC के खिलाफ एक केस दायर किया था। यह सुनवाई उसी सिलसिले में होने वाली है। इससे पहले अमेरिका के जस्टिन डिपार्टमेंट ने भी मस्क के ऐलान को लेकर चेतावनी दी थी। ……………………………………………………… अमेरिकी चुनाव से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… अमेरिकी मतदाताओं को 8 करोड़ क्यों बांट रहे मस्क:इससे ट्रम्प को फायदा, कमला को नुकसान; क्या है चुनाव से पहले वोटिंग की राजनीति अमेरिकी सरकार ने इलॉन मस्क की एक कैंपेन अमेरिका PAC को चेतावनी दी। मस्क ने इसके तहत अमेरिका में चुनाव से पहले वोट देने वाले मतदाताओं को 1 मिलियन डॉलर (8.4 करोड़ रुपए) देने की घोषणा की थी। CNN के मुताबिक जस्टिस डिपार्टमेंट ने कहा कि ये गैरकानूनी है। पूरी खबर ये पढ़ें…